۱۵ تیر ۱۴۰۳
|۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵
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Jul 5, 2024
ग़ैब पर ईमान इंसानों के लिए पैग़म्बरों की बेसत
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दिन की हदीस:
बेसत हज़रत रसूल स.ल.व.व. के बारे में हज़रत अली अ.स. का बयान
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अ.स. ने एक रिवायत में बेसते हज़रत रसूल स.ल.व.व. के बारे में कई आवसाफ बयान किया हैं।
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ग़ैब पर ईमान इंसानों के लिए पैग़म्बरों की बेसत का पहला तोहफ़ा
हौज़ा/एक इंसान की ज़िन्दगी का राज़ और अर्थ यही है,कि वह हर वक्त फ़र्ज़ की ओर ध्यान दें, ग़ैबी आवाज़ का इंतेज़ार और नज़र न आने वाले हाकिम, सर्वशक्तिमान, अख़्तियार रखने वाले, वजूद के हुक्म पर ध्यान देना, यह अस्ल विषय है और इसको क़ुरआन ने ग़ैब पर ईमान कहा हैं।