تیتر سه زیرسرویس
-
सबसे बुरा दोष और सबसे बड़ा पाप
हौज़ा / अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में व्यक्ति के दो सबसे बुरे गुणों की ओर इशारा किया है।
-
इमाम हसन अस्करी (अ) की नज़र में सबसे अच्छा भाई
हौज़ा/ इमाम हसन अस्करी (अ) ने एक खूबसूरत हदीस में सबसे अच्छे भाई के गुणों का वर्णन किया है।
-
दिन की हदीसः
लोगों की सेवा करना, एक नेमत है या एक बोझ?!
हौज़ा / इमाम हुसैन (अ) ने एक रिवायत में लोगों की ज़रूरतों की पूर्ति को इलाही नेमत बताया है।
-
नेकी में जल्दबाज़ी; इमाम जाफ़र सादिक (अ) की महान शिक्षा
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक (अ) ने एक हदीस में एक मोमिन की ज़रूरतों को पूरा करने के महत्व पर प्रकाश डाला है।
-
दिन की हदीस:
हज़रत अब्दुल अज़ीम हसनी अ.स. का मुकाम और मंजिलत
हौज़ा / हज़रत इमाम हादी अ.स. ने एक रिवायत में हज़रत अब्दुल अज़ीम हसनी अ.स.के मुकाम और मंज़िलत की ओर इशारा किया है।
-
जुमे की नमाज़ में शामिल होने का सवाब
हौज़ा / इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में जुमे की नमाज़ में शामिल होने के सवाब का ज़िक्र किया है।
-
मोमिन की ज़रूरत पूरी करने की जज़ा
हौज़ा / इमाम सादिक़ (अ) ने एक रिवायत मे उस व्यक्ति की उच्च स्थिति और इलाही इनाम का वर्णन किया है जो अपने मोमिन भाई की आवश्यकताओं को पूरा करता है।
-
अल्लाह के नज़दीक सबसे प्रिय लोग
हौज़ा / इमाम सादिक़ (अ) ने पैग़म्बर (स) को अल्लाह के नज़दीक सबसे प्रिय लोगों के रूप में बताया है।
-
दिन की हदीस:
अल्लाह तआला के नज़दीक बेहतरीन काम
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में अल्लाह तआला के नज़दीक बेहतरीन काम की पहचान कराई है।
-
दिन की हदीसः
सबसे अच्छे लोग कौन हैं?
हौज़ा / पैग़म्बर (स) ने एक रिवायत में स्पष्ट रूप से अल्लाह के मार्ग में बलिदान की उच्च स्थिति और जेहाद की भावना को बताया है।
-
दिन की हदीसः
नाक़ाबिले तलाफ़ी मज़ालिम का कफ़्फ़ारा
हौज़ा/ पैगम्बर (स) ने एक रिवायत में उन अन्यायों का ज़िक्र किया है जिनकी भरपाई नहीं की जा सकती और न ही खोए हुए अधिकारों को वापस पाया जा सकता है, लेकिन उन्होंने क्षमा मांगने को मज़ालिम के कफ़्फ़ारे के रूप में वर्णित किया है।
-
मोमिन का हक़ ग़स्ब करने का अंजाम
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक (अ) ने एक रिवायत में क़यामत के दिन दूसरों, ख़ासकर मोमिनों, के हक़ूक़ ग़स्ब करने के अंजाम का वर्णन किया है।
-
दिन की हदीसः
ज़मीन हड़पने वालों के लिए चेतावनी!
हौज़ा / पैग़म्बर (स) ने ज़मीन पर गलत तरीके से कब्ज़ा करने वालों को आख़िरत में उनकी कड़ी सज़ा की ओर इशारा करते हुए चेतावनी दी है।
-
दिन की हदीसः
मज़दूरों पर अत्याचार से बचें
हौज़ा/ पैग़म्बर मुहम्मद (स) ने एक रिवायत में मज़दूरों के अधिकारों पर विचार करने की आवश्यकता पर बल दिया है।
-
दिन की हदीस:
इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम की नज़र में चोरों की किस्म
हौज़ा / हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में चोर कितने प्रकार के होते हैं बयान फरमाया है।
-
दिन की हदीस:
दुआ की कबूलियत के लिए दो महत्वपूर्ण शर्तें
हौज़ा / हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में दुआओं की क़बूलियत की शर्तें को बयान फरमाया हैं।
-
नर्क की यातना से सुरक्षित रहने का उपाय
हौज़ा/ इमाम मुहम्मद बाकिर (अ) ने एक रिवायत में नर्क की यातना से सुरक्षित रहने और अल्लाह की दया प्राप्त करने का मार्ग बताया है।
-
दिन की हदीस:
दुआओं की क़बूलियत की शर्तें
हौज़ा / हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में दुआओं की क़बूलियत की शर्तें को बयान फरमाया हैं।
-
जानबूझकर तीन जुमा की नमाज़ छोड़ने के गंभीर परिणाम
हौज़ा / पैग़म्बर (स) ने एक चेतावनी भरे वृत्तांत में जुमे की नमाज़ में शामिल होने के महत्व पर ज़ोर दिया है।
-
एक ऐसी सिफ़त जो पापों को पिघला देती है
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक (अ) ने एक रिवायत में बताया है कि पापों से मुक्ति के लिए अच्छे आचरण और चरित्र का होना ज़रूरी है।
-
इस्लामी कैलेंडरः
अच्छे आचरण और जीवन मे बरकत
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक (अ) ने एक रिवायत में कहा है कि अच्छे कर्म और अच्छे आचरण समृद्ध जीवन और लंबी आयु का कारण हैं।
-
दिन की हदीस:
अच्छे अख्लाक का महान स्थान
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में अच्छे अख्लाक के स्थान को बयान परमाया हैं।
-
दिन की हदीसः
मोमिन की सबसे उत्तम निशानी
हौज़ा/ पैग़म्बर (स) ने एक रिवायत में फ़रमाया है कि "अच्छा चरित्र" ईमान की पूर्णता का मानदंड है।
-
दिन की हदीसः
क़यामत के दिन सबसे भारी अमल
हौज़ा/ पैग़म्बर मुहम्मद (स) ने एक रिवायत में अच्छे चरित्र के महत्व पर प्रकाश डाला है।
-
हफ्ता ए वहदत के मौके पर हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन शोघकर्ता मौलाना सय्यद राक़िब हुसैन आज़मी से विशेष इंटरव्यू;
हफ्ता ए वहदत;मोहब्बत और उख़ुव्वत का पैगाम
हौज़ा / ईरान के धार्मिक शहर क़ुम मे रहने वाले भारतीय शोधकर्ता और इस्लामिक स्टड़ीज़ के छात्र हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना सय्यद राक़िब हुसैन आज़मी से हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के प्रतिनिधि की हफ़ता ए वहदत के अवसर पर विशेष बात मे मौलाना ने कहा कि कुरआन और सुन्नत में सबसे अधिक जिस चीज़ पर ज़ोर दिया गया है, वह है मोहब्बत और उख़ुव्वत। मोहब्बत दिलों को जोड़ती है, इख़वत रिश्तों को मजबूत बनाती है, और ये दोनों मिलकर उम्मत को एक लड़ी में पिरो देती हैं।
-
इस्लामी कैलेंडरः
इमाम महदी (अ) हमें नहीं भूलते
हौज़ा/ इमाम महदी (अ) ने अपने एक ख़ुतबे में शियो के प्रति अपने विशेष ध्यान का संकेत दिया है।
-
दिन की हदीसः
अम्र बिल मारूफ़ और नही अनिल मुनकर की खुदा की नज़र मे अज़मत
हौज़ा / इमाम तक़ी अल-जवाद (अ) ने एक रिवायत में अम्र बिल मारूफ़ और नही अनिल मुनकर की खुदा की नज़र मे अज़मत को बयान किया है।
-
दिन की हदीसः
समुद्र की तुलना में एक बूँद
हौज़ा / अमीरुल मोमिनीन इमाम अली (अ) ने एक संक्षिप्त लेकिन व्यापक फ़रमान में अम्र बिल मारूफ़ और नही अनिल मुंकर के महत्व पर प्रकाश डाला है।