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अमल की कुबूलियत मे इखलास का असर
हौज़ा/ अल्लाह के रसूल (स) ने एक रिवायत में इख़लास के महत्व पर ज़ोर दिया है।
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दिन की हदीसः
ख़ालिस तरीन अमल
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में इखलास के महत्व पर प्रकाश डाला है।
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दिन की हदीसः
ईमान वालों की एक-दूसरे पर श्रेष्ठता का मानदंड
हौज़ा/ पैगंबर मुहम्मद (स) ने एक रिवायत में इखलास के महत्व पर प्रकाश डाला है।
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दिन की हदीसः
इमाम हुसैन (अ) के मसाइब पर आँसू बहाने का सवाब और मक़ाम
हौज़ा / इमाम ज़माना(अ) ने एक रिवायत में इमाम हुसैन (अ) के मसाइब पर आँसू बहाने के साथ जल्द जु़हूर होने की दुआ के महत्व पर ज़ोर दिया है।
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दिन की हदीसः
वह ज़ियारत जिसकी सभी नबी कामना करते हैं
हौज़ा / इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में नबियों की इमाम हुसैन (अ) की दरगाह की ज़ियारत की तीव्र इच्छा का ज़िक्र किया है।
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दिन की हदीसः
ज़ियारत तर्क करना, रसूल अल्लाह और अहले- बैत (अ) से बेवफ़ाई
हौज़ा / इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में इमाम हुसैन (अ) की ज़ियारत तर्क करने की कड़ी निंदा की है।
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इमाम हुसैन (अ) की क़ब्र पर पैदल जाने के अगणनीय सवाब और पुण्य
हौज़ा/इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में इमाम हुसैन (अ) की क़ब्र पर पैदल जाने के अज़ीम सवाब और पुण्य का वर्णन किया है।
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फ़रात नदी के किनारे इमाम हुसैन (अ) की ज़ियारत की फ़ज़ीलत
हौज़ा / इमाम अली इब्न मूसा अल-रज़ा (अ) ने एक रिवायत बयान की है जो इमाम हुसैन (अ) की ज़ियारत की फ़ज़ीलत की ओर इशारा करती है।
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दिन की हदीसः
इमाम हुसैन (अ) की ज़ियारत, अफ़ज़ल तरीन अमल है
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में इमाम हुसैन (अ) की ज़ियारत की फ़ज़ीलत बयान की है।
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इमाम हुसैन (अ) की क़ब्र की ज़ियारत का महत्व
हौज़ा / इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में इमाम हुसैन (अ) की क़ब्र की ज़ियारत तर्क करने के ख़िलाफ़ खबरदार किया है।
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दिन की हदीसः
साल में कम से कम एक बार इमाम हुसैन (अ) की क़ब्र की ज़ियारत पर ताकीद
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में साल में कम से कम एक बार इमाम हुसैन (अ) की क़ब्र की ज़ियारत करने पर ज़ोर दिया है।
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इमाम हुसैन (अ) की ज़ियारत की बरकतें
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक (अ) ने एक रिवायत में इमाम हुसैन (अ) की ज़ियारत पर ज़ोर दिया है।
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दिन की हदीसः
जो बोओगे, वही काटोगे
हौज़ा / इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में पिता और पुत्र के आपसी व्यवहार के परिणाम बताए हैं।
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दिन की हदीसः
पैग़म्बर (स) के दृष्टिकोण से पिता का अपने बच्चे पर हक़
हौज़ा / पैग़म्बर ए इस्लाम (स) ने बच्चे पर पिता के अधिकारो के संबंध मे पूछे गए प्रश्न के उत्तर मे स्पष्ट एवं महत्वपूर्ण निर्देशो की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
बच्चो पर माता पिता के महत्वपूर्ण अधिकार
हौज़ा / इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत मे बच्चों पर माता-पिता के तीन महत्वपूर्ण अधिकार बताए हैं, जिन्हें छोड़ना सही नहीं है।
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दिन की हदीसः
ग़लती करने वाले को माफ़ी मांगने का समय दो
हौज़ा / इमाम हसन मुज्तबा (अ) ने अपने ज्ञानपूर्ण शब्दों में ग़लती करने वाले को माफ़ करने और उसे माफ़ी मांगने का समय देने पर ज़ोर दिया है।
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दिन की हदीसः
ऐसे व्यक्ति की नमाज़ भी क़बूल नहीं होती
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में माता-पिता को नफ़रत की नज़र से देखने से आगाह किया है।
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दिन की हदीसः
माता-पिता को प्यार से देखना इबादत है
हौज़ा / पैग़म्बर मुहम्मद (स) ने एक हदीस में माता-पिता को प्यार से देखना इबादत माना है।
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मृत्यु के बाद माता-पिता के प्रति नेकी का असर
हौज़ा/ इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) ने एक रिवायत में चेतावनी दी है कि माता-पिता के प्रति नेकी केवल उनके जीवनकाल तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उनकी मृत्यु के बाद भी संभव है।
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वो ज़िम्मेदारिया जिन्हें किसी भी तरह से छोड़ा नहीं जा सकता
हौज़ा/ इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) ने एक रिवायत में तीन ऐसी ज़िम्मेदारीयो का ज़िक्र किया है जिन्हें किसी भी तरह से छोड़ा नहीं जा सकता, भले ही वे ज़िम्मेदारी किसी दुष्ट व्यक्ति से संबंधित हों।
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माता-पिता के साथ नेकी और सिले रहमी का प्रतिफल
हौज़ा/ पैग़म्बर मुहम्मद (स) ने एक रिवायत में माता-पिता के साथ नेकी और सिले रहमी के प्रतिफल का वर्णन किया है।
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दिन की हदीसः
माता-पिता से प्रेम करना जन्नत पाने का एक आसान रास्ता है
हौज़ा/ पैग़म्बर मुहम्मद (स) ने एक हदीस में माता-पिता को प्रेम से देखना एक मूल्यवान इबादत माना है।
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ग़ैबत के ज़माने में ईमान की मज़बूती
हौज़ा / इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक हदीस में ग़ैबत के जमाने मे दीन और ईमान को बचाए रखने की कठिनाई की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीस:
बच्चों को खुश करने से वालदैन को अज्र
हौज़ा / पैग़म्बर ए अकरम सल्लल्लाहु अलैहि व आलिहि वसल्लम ने एक रिवायत में अपने बच्चों से मोहब्बत करने की अहमियत को बयांन किया है।
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बच्चों के प्रति नेकी की हक़ीक़त
हौज़ा/ इमाम जाफ़र सादिक (अ) ने एक रिवायत में कहा है कि एक व्यक्ति की अपने बच्चों के प्रति अच्छा व्यवहार करने को हक़ीक़त में उसके माता-पिता के साथ नेकी क़रार दिया है।
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दिन की हदीसः
बच्चों को सलाम करना पैग़म्बर (स) की सुन्नत है
हौज़ा / पैग़म्बर (स) ने एक रिवायत में एक ऐसे काम का ज़िक्र किया है जिसे उन्होंने ज़िंदगी भर नहीं छोड़ा।
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दिन की हदीसः
बच्चों की परवरिश में अल्लाह से मदद माँगना
हौज़ा / इमाम सज्जाद (अ) ने अपनी दुआ के एक हिस्से में बच्चों की परवरिश में अल्लाह से मदद माँगने की सलाह दी है।
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तरबीयत, बाक़ी रहने वाली विरासत
हौज़ा / "इमाम सादिक़ (अ) ने एक बहुत बहूमूल्य हदीस में बच्चों की अच्छी तालीम-ओ-तरबीयत (संस्कार और शिक्षा) की अहमियत पर ज़ोर दिया है।"