ताजा समाचार
अधिक देखी गई ख़बरें
गैलरी
لیستی صفحه سرویس هندی
-
कर्बला सत्य और असत्य की पहचान तथा मानवता की पाठशाला है।आगा सैयद मुजतबा सफवी
हौज़ा / अंजुमन शरीया शिया संगठन की ओर से जुलूसों का सिलसिला जारी है आज ज़ोरी गंड बडगाम से मुख्य इमामबाड़ा बडगाम तक आलम शरीफ का भव्य जुलूस निकाला गया।
-
इस्लामी गणतंत्र ईरान की हालिया सफलता; भारतीय राष्ट्र का समर्थन गर्व और संतोष का स्रोत…
हौज़ा / भारत में इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता के प्रतिनिधि अब्दुल मजीद हकीम इलाही ने इस्लामी गणतंत्र ईरान और प्रतिरोध मोर्चे की हालिया सफलता के लिए भारत में सभी धर्मों और विचारधाराओं के लोगों के समर्थन और सहानुभूति की सराहना की और उनके प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त की, और सर्वोच्च नेता के दूरदर्शी नेतृत्व को इस्लामी राष्ट्र के लिए एक महान दिव्य उपहार बताया।
-
इमाम हुसैन अलेहिस्सलाम की सब से अधिक मन पसंद चीज़ नमाज़ है: मौलाना ग़ाफ़िर रिज़वी
हौज़ा / इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चाहने वालों को यह बात हमेशा याद रहनी चाहिए कि इमाम हुसैन अलेहिस्सलाम की सब से अधिक मन पसंद चीज़ नमाज़ है, इमाम ने ख़ुद फ़रमाया है कि में नमाज़ को दोस्त रखता हूं।
-
मजलिस मातम, रोना पीटना और अज़ादारी सब क़ुरआन और रिवायात मे हैः मौलाना सय्यद ग़ाफ़िर…
हौज़ा / जब जनाबे आदम को स्वर्ग से निकाल कर धरती पर भेज दिया गया तो जनाबे आदम दिन रात रोते रहते थे, इसका मतलब यह है कि रोना बुरी बात नहीं बल्कि जो आदम ज़ाद होगा वह रोने की जगह पर रोएगा और जो व्यक्ति रोने पर पाबंदी लगाएगा वह आदमी कहलाने के क़ाबिल नहीं है।
-
विलायत-ए-अली अ.स. दीन की तकमील का सबब बनी।मौलाना कल्बे जवाद नक़वी
हौज़ा / मौलाना कल्बे जवाद नक़वी ने आम लोगों और प्रशासन को आगाह करते हुए कहा कि मैंने मराजे-ए-किराम की तस्वीरें लगाने के लिए कहा है अगर पुलिस को केस दर्ज करना है, तो मेरे खिलाफ करे। लोग उनकी तस्वीरें लगाएँ, किसी से डरने की ज़रूरत नहीं है।
-
यज़ीदियत और वर्तमान समय के प्रतीक / कर्बला के आईने में आज की तस्वीर
हौज़ा / मानव इतिहास में ऐसी अनेक घटनाएँ घटी हैं जो समय के साथ भुला दी गईं, लेकिन कर्बला एक ऐसी घटना है जो हर युग को झकझोरती है। इमाम हुसैन अ.स. का यज़ीद की बैअत से इनकार केवल एक राजनीतिक मतभेद नहीं था, बल्कि यह सत्य और असत्य के बीच एक स्पष्ट और अटल रेखा खींचने का नाम था। यज़ीद केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचारधारा, एक व्यवस्था और शासन के एक ऐसे तरीके का प्रतीक था जो अत्याचार, जबरदस्ती, धोखा,दीन में विकृति और भ्रष्ट सत्ता का प्रतीक बन चुका था। यही यज़ीदी सोच हर युग में नए नामों और नए चेहरों के साथ सामने आती रही है, और आज भी हमारे आसपास मौजूद है।
-
दुआ और एकता आपसी मतभेद को खत्म कर देती हैं।
हौज़ा / भारत के मशहूर धर्मगुरु आयतुल्लाह सैयद हमीदुल हसन ने लखनऊ के जामिया नाज़िमिया में आयोजित चौथे मजलिस में दुआ, एकता और मतभेद" विषय पर खिताब किया।
-
आयतुल्लाह खामेनेई की तस्वीर हटाई गई तो हम विरोध करेंगे: मौलाना कल्बे जवाद नक़वी
हौज़ा/ मौलाना कल्बे जवाद नक़वी ने कहा कि अगर सरकार की नीति यह है कि आयतुल्लाह खामेनेई और आयतुल्लाह सीस्तानी की तस्वीरें नहीं लगाई जाएंगी, तो यह भी घोषणा कर देनी चाहिए कि अब भारत में नेतन्याहू की सरकार है, न कि भारत सरकार का शासन।
-
अज़ादारी और तर्बियत-ए-औलाद
हौज़ा / आज के दौर में, जहाँ बच्चों पर हर तरफ़ से फ़िक्री और सांस्कृतिक हमले हो रहे हैं, अज़ादारी हमारे बच्चों के दिलों और दिमाग़ को मज़बूत रखने का सबसे असरदार ज़रिया है। हमें अपने बच्चों को मजलिसों में साथ लेकर जाना चाहिए। चाहे वे छोटे हों या बड़े, उन्हें इमाम हुसैन (अ.) और अहलेबैत (अ.) की क़ुर्बानियों, उनके सब्र, ग़ैरत और इज़्ज़त के वाक़ेआत सुनाने चाहिए, क्योंकि इन वाक़ेआत में वह ताक़त है जो बच्चों के किरदार को सँवार देते हैं।
-
जो इमाम हुसैन अ.स.का हो गया, वह बेनियाज़ हो गया।मौलाना सैयद अली हाशिम आबिदी
हौज़ा / जो हिदायत चाहता है और निजात का तलबगार है, उसे इमाम हुसैन अ.स. से जुड़ना होगा क्योंकि दुनिया और आख़िरत दोनों में हिदायत और निजात सिर्फ इमाम हुसैन अ.स. के ज़रिए ही मुमकिन है।
-
हुसैनी सिवाय खुदा के किसी ताक़त के आगे सिर नहीं झुकाते।मौलाना कल्बे जवाद नक़वी
हौज़ा / आज आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने सुपर पावर को ठुकरा दिया और किसी भी तानाशाही व्यवस्था के सामने सरेंडर नहीं किया। क्योंकि जो हुसैनी होते हैं, वो सिवाय ख़ुदा के किसी और ताक़त से नहीं डरते।
-
हज़रत अबू तालिब (अ) वह हैं जिन्होंने बेसत से पहले खुदा की तारीफ़ की: मौलाना सैयद…
हौज़ा/ मौलाना सैयद अली हाशिम आबिदी ने कहा: मातम मनाना हमारी ज़िम्मेदारी है, लेकिन शहादत के मकसद पर ध्यान देना भी हमारा फ़र्ज़ है। क्योंकि जिसने शहादत के मकसद पर ध्यान दिया, वह न तो घबराया और न ही किसी से डरा, बल्कि उसने हर नाइंसाफी का बहादुरी से मुकाबला किया।
-
जम्मू-कश्मीर; अंजुमने शरई शियान द्वारा यौम-ए-अली असगर आयोजित कर कर्बला के छह माह…
हौज़ा/जम्मू कश्मीर अंजुमने शरई शियान दार-ए-मुस्तफा ने मरकज़ी इमामबाड़ा बडगाम, कादीम इमामबाड़ा हसनाबाद श्रीनगर, इमामबाड़ा यागीपोरा मगम, इमामबाड़ा गमदु, जामिया मस्जिद नौगाम सोनावारी और अंजुमन द्वारा प्रबंधित अन्य शुक्रवार केंद्रों में "यौम-ए-अली असगर" का आयोजन किया।
-
बडगाम; अंजुमने शरीई शियान के सदस्यों और पदाधिकारियों की विशेष मुहर्रम बैठक आयोजित/…
हौज़ा / बडगाम जिले के अंजुमने शरीई शियान जिले के गांव, क्षेत्रीय और जिला अध्यक्षों और सचिवों और अन्य सम्मानित सदस्यों और पदाधिकारियों की एक विशेष मुहर्रम बैठक संगठन के अध्यक्ष हुज्जतुल इस्लाम वल-मुस्लिमीन आगा सैयद हसन अल-मूसवी अल-सफवी की अध्यक्षता में मुख्यालय में आयोजित की गई।
-
यज़ीदियत की हर दौर में हार तय है: मौलाना कल्बे जवाद नकवी
हौज़ा / इमाम बाड़ा गुफरान मआब में पहली मजलिस को संबोधित करते हुए मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने कुरान और हदीस के साथ-साथ इतिहास से भी इमाम हुसैन (अ) की शहादत पर रोने और मातम मनाने की महानता साबित की।
-
तंज़ीमुल मकातिब में "अय्याम ए अज़ा की तैयारी" टेबल टॉक कार्यक्रम आयोजित किया गया
हौज़ा / "अय्याम ए अज़ी की तैयारी" टेबल टॉक कार्यक्रम 24 जून को तंज़ीमुल मकातिब के संस्थापक हॉल में हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना सय्यद सफी हैदर, तंजीमुल मकातिब के सचिव की अध्यक्षता में 3 सत्रों में आयोजित किया गया।
-
ईरान की जीत; उम्मात ए मुस्लिम के लिए फक्र और उम्मीद की अलामत हैं।आक़ा सैयद हसन
हौज़ा / जम्मू-कश्मीर के शरई शिया एसोसिएशन के अध्यक्ष हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन आग़ा सैयद हसन अलमूसवी अलसफवी ने एक संदेश में इस्लामी जम्हूरी-ए-ईरान की क़यादत, सेनाओं और मिल्लत को इज़राइल के साथ हालिया युद्ध में मिली शानदार जीत पर दिली मुबारकबाद पेश की है।
-
ईरान पर हुए हमलों और धमकियों के खिलाफ प्रदर्शन,मौलाना यासूब बोले/ट्रंप और नेतन्याहू…
हौज़ा / लखनऊ, 22 जून ईरान पर इसराईल और अमेरिका के हालिया हमलों तथा ईरानी सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली ख़ामनाई को दी गई धमकियों के खिलाफ लखनऊ के छोटा इमामबाड़ा में मंगलवार को मौलाना यासूब अब्बास की सरपरस्ती में एक ज़ोरदार एहतेजाजी जलसा हुआ।
-
यह सिर्फ शुरुआत है, अंत अभी बाकी है
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद अहमद अली आबिदी ने अपने बयान में जोर देकर कहा,ईरान की यह सफलता कोई अंतिम मंज़िल नहीं, बल्कि एक नए संघर्ष की शुरुआत है। जिस तरह इमाम हुसैन (अ.स.) का सिद्धांत कर्बला के बाद भी जीवित रहा, वैसे ही यह जीत भी सत्य के मार्ग में एक पड़ाव है।
-
प्रिय जाकिर-ए-अहले-बैत मौलाना मेहदी अली हादी का निधन, इल्मी और तबलीग़ी हलकों में…
हौज़ा / मजलिस उलेमा के सचिव और प्रमुख जाकिर-ए-अहले-बैत और सरल विचारों वाले धार्मिक विद्वान मौलाना मेहदी अली हादी के निधन की दुखद खबर ने अकादमिक, धार्मिक और सार्वजनिक हलकों में गहरे शोक की लहर दौड़ा दी है।