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30 जमादिल अव्वल 1447 - 21 नवम्बर 2025
हौज़ा / इस्लामी कैलेंडरः 30 जमादिल अव्वल 1447 - 21 नवम्बर 2025
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फ़दक; हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) की जागीर
हौज़ा / हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सला मुल्ला अलैहा और फ़दक के बारे बहुत से प्रश्न किए हैं जैसे कि फ़दक की हक़ीक़त क्या है? और क्या फ़दक के बारे में सुन्नियों की किताबों में बयान किया गया है या नहीं।हम अपनी इस श्रखलावार बहस में कोशिश करेंगे कि सुन्नियों की महत्वपूर्ण एतिहासिक किताबों में फ़दक के बारे में विभिन्न पहलुओं को बयान करें और उस पर चर्चा करें।
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हज़रत रसूल अल्लाह (स) हर ऐतेबार से सम्मान और आदर्श है
हौज़ा / अल्लाह ने फ़रमाया है,बेशक तुम्हारे लिए पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम का वजूद पैरवी के लिए बेहतरीन नमूना मौजूद है।
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दरियादिली और कंजूसी में फ़र्क
हौज़ा/अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अलैहिस्सलाम) ने एक रिवायत में दरियादिली और कंजूसी में फ़र्क समझाया है।
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29 जमादिल अव्वल 1447 - 20 नवम्बर 2025
हौज़ा / इस्लामी कैलेंडरः 29 जमादिल अव्वल 1447 - 20 नवम्बर 2025
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हज़रत अमीरुल मोमिनीन अ.स.से तवस्सुल ने बच्चों की भूख मिटा दी / हाजी मिर्जा मोहम्मद…
हौज़ा / बुशहर के प्रसिद्ध धर्मगुरु हाजी मिर्जा मोहम्मद सदर ने अपने बचपन का एक अद्भुत वाकया सुनाया है जिसमें हज़रत अली अ.स.से तवस्सुल ने उन्हें और उनके भाई को भूख और परेशानी से निजात दिलाई।
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सच और झूठ; पैगम्बर की क़ौम का फ़ितने के डर से पतन
हौज़ा / हज़रत फ़ातिमा (सला मुल्ला अलैहा) ने कहा: "अभी पैगंबर का शरीर दफनाया भी नहीं गया था कि आप लोग 'फितने के डर' के बहाने काम शुरू कर दिए, जबकि आप खुद फितने में फंस गए और जल्दीबाजी में समुदाय में फूट डाल दी।"
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परिवार पर बद अख़लाक़ी का असर
हौज़ा/अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अलैहिस्सलाम) ने एक रिवायत में परिवार पर बद अख़लाक़ी के बुरे असरात की ओर ध्यान आकर्षित किया है।
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28 जमादिल अव्वल 1447 - 19 नवम्बर 2025
हौज़ा / इस्लामी कैलेंडरः 28 जमादिल अव्वल 1447 - 19 नवम्बर 2025
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आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI): आज का सेवक, कल का शासक!?
हौज़ा / आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) की आशाजनक क्षमता के बावजूद, विशेषज्ञ हमें इसकी सीमाओं को पहचानने और इसके अति प्रयोग से बचने का आग्रह करते हैं।
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सर्वोत्तम अख़लाक़ और अदब
हौज़ा / इमाम हसन अस्करी (अलैहिस्सलाम) ने एक रिवायत में सर्वोत्तम अख़लाक़ और अदब प्राप्त करने का तरीका बताया है।
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27 जमादिल अव्वल 1447 - 18 नवम्बर 2025
हौज़ा / इस्लामी कैलेंडरः 27 जमादिल अव्वल 1447 - 18 नवम्बर 2025
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ये 10 रुकावटें आपकी दुआओं को कुबूल होने से रोकती हैं
हौज़ा / आयतुल्लाह मुज्तहिद तेहरानी के अनुसार, इस हदीस में दस ऐसे गुणों और रुकावटों का वर्णन है जो इंसान के दिल को कठोर बना देते हैं और दुआओं के कुबूल होने में रुकावट डालते हैं।
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नैतिकता की छाया में सम्मान और अपमान!!
हौज़ा/अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली (अलैहिस्सलाम) ने एक रिवायत में फ़रमाया है कि अच्छे और बुरे नैतिक गुण किसी व्यक्ति के सम्मान और अपमान का मापदंड हैं।
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26 जमादिल अव्वल 1447 - 17 नवम्बर 2025
हौज़ा / इस्लामी कैलेंडरः 26 जमादिल अव्वल 1447 - 17 नवम्बर 2025
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जन्नत वालो का सबसे बड़ा गम क्या होगा?
हौज़ा / जन्नत वालों को बस इस बात का अफ़सोस होगा कि उन्होंने दुनिया में कुछ वक़्त के लिए ख़ुदा की याद से बेपरवाही बरती। क्योंकि अल्लाह ही तमाम फ़ायदों और सच्ची दोस्ती का ज़रिया है और वही इंसान को सच्ची ख़ुशी देता है। दुनिया में जो अनमोल पल ख़ुदा की याद के बिना गुज़रे, जन्नत में बस उन्हीं का अफ़सोस बाकी रहेगा। और अल्लाह इतना मेहरबान है कि अगर कोई बंदा उसकी तरफ़ एक कदम बढ़ाता है, तो वो अपनी रहमत से दस कदम आगे बढ़ाकर जवाब देता है।
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पारिवारिक प्रशिक्षण | युवाओं को विवाह के लिए तैयार करने में माता-पिता की प्रभावी…
हौज़ा / अगर आप अपने बेटे की शादी करना चाहते हैं तो सबसे पहले उससे खुलकर और प्यार से बात करें: क्या वह आर्थिक रूप से तैयार है? क्या उसके पास जीवन जीने के मूल कौशल हैं? क्या वह नैतिक और व्यवहारिक रूप से भी तैयार है? इसके बाद उसे समझाएं कि जीवन साथी का चुनाव भावनाओं से नहीं बल्कि सोच समझकर और मानकों को देखकर करना चाहिए। उसकी मार्गदर्शना और मदद करें, लेकिन कड़वाहट से "नहीं" कहकर दिल तोड़ने के बजाय बातचीत और समर्थन से उसे सही और समझदार रास्ते पर आगे बढ़ने में मदद दें।
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शरी अहकाम । क्या दहेज पर खुम्स वाजिब है?
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने उस सवाल का जवाब दिया है जिसमे पूछा गया है कि क्या वह सामान जो शादी के लिए साल ख़ुम्स के पूरा होने से पहले सालाना आमदनी से खरीदा जाता है, उस पर ख़ुम्स वाजिब है या नहीं।
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बद अख़लाक़ी; जीवन में कड़वाहट का कारण
हौज़ा/अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में बुरे अखलाक़ की विशेषताएँ बताई हैं।
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इंटरव्यूः मुश्किलों और अन्याय के सामने भी ईमान और अख़लाक़ नहीं छोड़ना चाहिए
हौज़ा / क़ुम अल मुक़द्देसा मे रहने वाले भारतीय शिया धर्मगुरू, कुरआन और हदीस के रिसर्चर मौलाना सय्यद साजिद रज़वी से हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के पत्रकार ने अय्याम ए फ़ातिमा के हवाले से विशेष चर्चा की।