हौज़ा / मदरसा इल्मिया महदिया खंदाब के शिक्षक ने एक अखलाक़ी निशिस्त मे सब्र का अर्थ और उसके गुणों को समझाया, इमाम जाफर सादिक (अ) की रिवायत के प्रकाश में शिययो के बीच धैर्य के गुण को समझाया।