हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,अशरा ए विलायत और इमामत के पवित्र दिनों के अवसर पर एक 24 वर्षीय रूसी युवक ने इमाम रज़ा (अ.स.) के हरम में शहादतैन पढ़कर इस्लाम धर्म स्वीकार किया।
युवक ने आस्तान-ए क़ुद्स-ए रिज़वी के "विदेशी तीर्थयात्रियों के प्रबंधन विभाग की व्यवस्था में कई इस्लामिक विद्वानों के साथ चर्चा करने के बाद यह निर्णय लिया उसे इस्लामी शिक्षाओं से परिचित कराने के लिए विशेष सलाहकार सत्र आयोजित किए गए थे।
यह समारोह इमाम रज़ा (अ.स.) के पवित्र मज़ार पर आध्यात्मिक माहौल में संपन्न हुआ।यह घटना आस्तान-ए क़ुद्स-ए रिज़वी के "अद्यान व मज़ाहिब विभाग" के प्रयासों का परिणाम है जो सत्य की तलाश करने वालों को इस्लाम की शिक्षाओं से जोड़ता है।
यह घटना दशा-ए विलायत के पवित्र दिनों में हुई, जिसने इसकी आध्यात्मिक महत्ता और बढ़ा दी।यह घटना इमाम रज़ा (अ.स.) के मज़ार की उस भूमिका को दर्शाती है जो सत्य के खोजियों को मार्गदर्शन प्रदान करती है।
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