हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस्लामिक रेजिस्टेंस मूवमेंट हमास ने दक्षिणी लेबनान के शहर सैदा में स्थित फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर ऐन अल हिल्वा पर इजरायली हमले की कड़ी निंदा की है।
बयान में कहा गया कि यह हमला निहत्थे फिलिस्तीनी लोगों पर एक क्रूर आक्रामकता और लेबनान की संप्रभुता का खुला उल्लंघन है।
हमास ने इजरायली सेना के इस दावे को खारिज कर दिया कि निशाना बनाया गया स्थान इस आंदोलन का शैक्षिक परिसर था। हमास के अनुसार, यह दावा केवल इजरायली आक्रामकता को औचित्य प्रदान करने और फिलिस्तीनी शिविरों के खिलाफ हिंसा को भड़काने के लिए किया गया है।
बयान में आगे कहा गया कि वास्तव में निशाना बनाया गया स्थान एक खेल का मैदान था, जहां शिविर के युवा निवासी मौजूद थे। इन युवाओं को इजरायली हमले में सीधे निशाना बनाया गया।
हमास ने अंत में इजरायली को इस गंभीर अपराध का पूरा दोषी ठहराया जो फिलिस्तीनी और लेबनानी लोगों के खिलाफ अंजाम दिया।
रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली ड्रोन हमले में कम से कम 13 लोग शहीद हुए और कई घायल हुए। इजरायल ने पिछले कुछ दिनों में बार-बार युद्धविराम का उल्लंघन करते हुए लेबनान के विभिन्न क्षेत्रों को निशाना बनाया है।
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