हौज़ा/ मौलाना सैयद मुहम्मद अतहर काज़मी: कर्बला को समझे बिना कोई साहित्यिक अर्थ नहीं समझा जा सकता। मौलाना सलमान कासमी: हज़रत इमाम हुसैन द्वारा दी गई कुर्बानियाँ उनकी माँ के पालन-पोषण की देन हैं।
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा नूरी हमदानी ने क़ुद्स दिवस के अवसर पर जारी अपने संदेश में दुनिया भर के मुसलमानों से अपील की है कि वे सियोनी अत्याचार और बर्बरता के ख़िलाफ़ एकता और एकजुटता का व्यावहारिक…
हौज़ा / सादात इकराम के सम्मान में तीसरी बड़ी कॉन्फ्रेंस तेहरान के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित की गई जिसमें ईरानी और ग़ैर ईरानी शिया और सुन्नी कुल 1500 सादात ने हिस्सा लिया।