हौज़ा/कभी कुछ मज़ाक़ उड़ाया जाना और अपमान किया जाना, बड़े बड़े आदमियों को लाचार बना देता है और इस तरह वह न चाहते हुए भी विरोध करने वाले गिरोह के साथ हो जाते हैं। उस वक़्त बड़ी ताक़तें उनके ज़ख़्म…