अकेलापन (1)

  • अली की तनहाई और नहजुल बलाग़ा

    धार्मिकअली की तनहाई और नहजुल बलाग़ा

    हौज़ा/अली (अ) अभी भी अकेले हैं, नहजुल बलाग़ा अभी भी अजनबी हैं। दुनिया न तो अली (अ) को कल समझती थी, न आज समझती है। शायद क़यामत के दिन तक अली (अ) और उनके शब्द सिर्फ़ कुछ अच्छे दिल वाले लोगों के…