۱ آذر ۱۴۰۳
|۱۹ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 21, 2024
अतबाते आलियात
Total: 3
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मानक उपासक; सांसारिक भय से मुक्त, प्रोफेसर (डॉ.) सैयद तैय्यब रज़ा
हौज़ा / इमाम अली इब्न हुसैन ज़ैनुल आबेदीन (अ) की शहादत के अवसर पर इमाम बारगाह ज़ैनबिया, अली नगर, धोरा, बाईपास, अलीगढ़ में एक बैठक आयोजित की गई।
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रोज़ा इमाम रज़ा (अ.स.) और रोज़ा इमाम हुसैन (अ.स.) के पुस्तकालयों के बीच सहयोग का विस्तार
हौज़ा /अस्ताने कुद्स रिज़वी पुस्तकालय, संग्रहालय और अभिलेखागार संगठन के प्रमुख और इमाम हुसैन (अ.स.) के रोज़े के पुस्तकालय के प्रभारी ने अतबात के दो पुस्तकालयों के बीच सहयोग का विस्तार करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
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आयतुल्लाह हाफ़िज़ बशीर नज़फ़ी:
अल्लाह और पैगंबर (स.अ.व.व.) के बाद, अहलेबेैत (अ.स.) ही हमारे हक़ीक़ी रहबर है और तक़वे के बिना अमल का कोई फ़ायदा नही
हौज़ा / मरज-ए आली क़द्र ने अपने बयान में कहा कि अल्लाह और पवित्र पैगंबर (स.अ.व.व.) के बाद, अहलेबेैत (अ.स.) हमारे हक़ीक़ी रहबर है और जरूरी भी है कि हम उन्हें अपनी दुनिया और आख़ेरत के लिए हक़ीक़ी रहबर माने, क्योंकि वे हमारे लिए नमून-ए अमल हैं, दिव्य मार्ग है, मोक्ष का साधन है। उनके शब्दों और कर्मों का पालन करने का अर्थ है मौक्ष और बंदगी।