۱ آذر ۱۴۰۳
|۱۹ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 21, 2024
अनमोल गौहर
Total: 3
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यह नमाज़ बड़ी अनमोल है
हौज़ा / आयतुल्लाह मदनी ने कहा: "मैं आपको अपनी सभी इबादते देने के लिए तैयार हूँ, और बदले में आप मुझे इन 9 दिनों के लिए अपनी नमाज़े दें!"
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इमाम ज़माना (अ) का सैनिक होना बहुत मूल्यवान और अनमोल है
हौज़ा/ हौज़ा इलमिया खाहारान के प्रमुख ने कहा: अगर हम अहले-बैत (अ) की शिक्षाओं और शुद्ध इस्लामी शिक्षाओं को सही तरीके से और बिना किसी कमी के दुनिया तक पहुंचा सकते हैं, तो असली विद्वान और इमाम (अ) के असली शिया कहलाने के हक़दार बन जाऐेंगे।
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रजा सिरसिवी एक अनमोल गौहर
हौजा / स्वर्गीय रज़ा सिरसिवी साहब की वह नज़म जो जो उन्होंने माँ के शीर्षक के तहत लिखी थी, आज तक शायरी के इतिहास में उसका उदाहरण नही मिल सका। कई शायरो ने इस विषय पर लिखा है, लेकिन यह रज़ा सिरसिवी की सार्वभौमिकता (आफ़ाक़ियत) तक नहीं पहुंच पाए।