۱۳ تیر ۱۴۰۳
|۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵
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Jul 3, 2024
अपनी ग़लतियों
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:क़ुरआन की रौशनी में
ज़िन्दगी के अलग अलग मैदानों में इस्तेग़फ़ार का सहारा
हौज़ा/आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनई ने कहां,अगर इंसान सही अर्थ में अपनी ग़लतियों, कमियों और इन जैसी चीज़ों की वजह से अल्लाह से ग़लती की माफ़ी मांगे, तो अल्लाह माफ़ करता हैं।