۹ تیر ۱۴۰۳
|۲۲ ذیحجهٔ ۱۴۴۵
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Jun 29, 2024
अरफ़ा के दिन दोपहर
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रोज़े अरफ़ा के आमाल और दुआएँ
हौज़ा / अरफ़ा के दिन की बड़ी योग्यता और महत्व है और यह एक महान दिन है, यह वह दिन है जिसमें अल्लाह तआला ने अपने सेवकों को अपनी आज्ञाकारिता और दासता के लिए बुलाया है।
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अरफ़ा के दिन दोपहर का वक़्त जन्नती वक़्त हैं
हौज़ा/अरफ़ा के दिन दोपहर बाद का वक़्त, जन्नती वक़्त है इतनी अज़मतों की मालिक इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम जैसी शख़्सियत ने इसकी अज़मत को बताया हैं, इस दुआ के अर्थों पर ध्यान देने की ज़रूर कोशिश कीजिए,