۱۵ تیر ۱۴۰۳
|۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵
|
Jul 5, 2024
अली हैदर फरिश्ता
Total: 2
-
17 रमज़ान अल मुबारक जंगे बदर:
जंगे बदर और उसके कारण
हौज़ा / जंगे बदर 17वीं रमज़ान से 21वीं रमजान तक दूसरी हिजरी मे कुफ़्फ़ारे कुरैश और मुसलमानों के बीच हुई । बद्र मूल रूप से जुहैना जनजाति के एक व्यक्ति का नाम था जिसने मक्का और मदीना के बीच एक कुआँ खोदा था और बाद में इस क्षेत्र और कुएँ दोनों को बद्र कहा जाने लगा, इसलिए युद्ध का नाम भी बद्र के नाम से जाना जाने लगा।
-
जी स्टूडियो कि मानसिक आतंकवादी असहनीय हैं। मौलाना अली हैदर फरिश्ता
हौज़ा/ प्रमुख मजमय उलेमा व खुतेबा हैदराबाद डेक्कन,शिया मुसलमान कभी भी आतंकवाद के पाप में शामिल नहीं रहे हैं। उल्टे उन्हें हर जगह आतंकवाद का शिकार बनाया जा रहा है. शिया कौम का इतिहास गवाह है कि वे हमेशा शांतिप्रिय और उत्पीड़ित रहे हैं।