۵ آذر ۱۴۰۳
|۲۳ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 25, 2024
अशरा ए मोहर्रम 1444 हिजरी
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इमाम बारगाह गुफ़रान मआब लखनऊ में अशरा ए मुहर्रम की पाँचवीं मजलिस:
अच्छे कर्मों से होती है आस्था की परिपक्वता : मौलाना सय्यद कल्बे जवाद नक़वी
हौज़ा / अल्लाह के रसूल (स.अ.व.व.) ने जो आदेश दिया है, उसके अनुसार कार्य करना आस्तिक होने का संकेत है, न तो किसी की इच्छा के अनुसार कुछ बढ़ाना और न ही घटाना चाहिए।