आदेश का पालन
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ٰआयतुल्लाह नूरी हमदानीः
कानून के मुताबिक हिजाब का पालन नहीं करने वालों का उल्लेख करना जरूरी और शरी दायित्व है
हौज़ा /अयातुल्ला नूरी हमदानी ने कहा: इस्लाम के बारे में जो निश्चित और निर्धारित है वह हिजाब की बाध्यता है। इस्लामिक समाज में इसका अभ्यास होना चाहिए।'
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शरई अहकाम । माता-पिता की आज्ञाकारिता
हौज़ा / ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने माता-पिता की आज्ञाकारिता के संबंध मे पूछे गए प्रश्न का उत्तर दिया है।
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हज़रत गाज़ी अब्बास (अ.स.) ने हमें यह सबक दिया है कि "वली अम्र की आज्ञाकारिता अनिवार्य है
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमिन मुहम्मद रज़ा रंजबर ने कहा: हज़रत अबुल फ़ज़ल ने हमें एक सबक दिया है कि हमें अपने समय के वली अम्र का पालन करना चाहिए और उसके आदेशों को सुनना चाहिए। समाज की इन विकट परिस्थितियों में हजरत अबुल फजल के अस्तित्व से हमें यह सबक सीखना चाहिए कि हमें अपने समय के वली अम्र के लिए जबान नहीं बल्कि कान बने और जो कुछ भी वह कहता है उसे मानना और स्वीकार करना चाहिए।
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मारज ए एज़ाम की मुख़ालेफ़त वास्तव में इमामों की मुख़ालेफ़त है,अल्लामा जुल्फुक़ार अली अंसारी
हौज़ा / हज़रत इमाम हुसैन ने हज़रत मुस्लिम को अपने प्रतिनिधि के रूप में कूफ़ा भेजा और कहा, "मेरे राजदूत का अनुसरण करें। उनके अनुयायी मेरे अनुयायियों की तरह हैं। इसलिए, मराज ए एज़ाम का विरोध करने वाले वास्तव में इमामों का विरोध कर रहे हैं।"
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अहलेबैत (अ.स.) फाउंडेशन इंडिया के उपाध्यक्षः
पिता का अनुसरण, आज्ञाकारिता अली अकबर (अ.स.) के चरित्र का दर्पण है, मौलाना तकी अब्बास रिज़वी
हौज़ा / हज़रत अली अकबर (अ.स.) ने कम आयु मे कयामत तक आने वाली पीढ़ी को यह संदेश दिया है कि दिन में पाँच बार सजदे कर लेना ही इबादत नही, बल्कि माता-पिता विशेषकर पिता की आज्ञाकारिता का पालन करना भी इबादत है।