हौज़ा / आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान फरमाते है,कुछ लोग कल्पना करते है कि शुक्र का अर्थ है कि परमेश्वर की सारी नेमतो का उपयोग करने के पशचात कहे: मेरे परमेश्वर शुक्रिया अथवा घोषणा करे भगवान का शुक्र…