۴ آذر ۱۴۰۳
|۲۲ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 24, 2024
आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली हुसैनी सिस्तानी
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आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली हुसैनी सिस्तानी का फ़तवाः
क्या अक़्दे उख़ुवत पढ़ने से सगे भाई का रिश्ता हासिल हो जाता है?
हौज़ा / हौज़ा ए इल्मिया नजफ अशरफ के प्रसिद्द शिया आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली हुसैनी ने अक़्दे उख़ुवत के संबंध मे पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।
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मिंबरे हुसैनी से शियो के दरमियान मौजूद इख़तेलाफ़ात को बयान न किया जाए, आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली हुसैनी सिस्तानी
हौज़ा / मिंबर से ऐसे सपने और काल्पनिक घटनाओं (ख्वाब ओ ख़याली वाक़ेआत) का वर्णन करने से बचें जो मिंबर हुसैनी की प्रतिष्ठा (तशख़्ख़ुश और शोहरत) को नुकसान पहुंचने का कारण बनते हैं और जो यह इंगित करते हैं कि मिंबर एक बेकार प्रसारण माध्यम है जो सामेईन की समाअत और जहन को प्रभावित करता है।