हौज़ा / बुज़ुर्गान ए दीन की सीरत में बंदगी का सबसे आला नमूना यह है कि वे इबादत के बाद भी अपने आपको हक़-ए-ख़ुदा अदा करने से क़ासिर समझते हैं। आयतुल्लाहिल उज़्मा बुरूजर्दी (रह.) की नमाज़ में यही…