हौज़ा / वर्तमान पीढ़ी गुलदस्ते का फूल बन गयी है, उसके अनुरूप कार्यक्रम बनाने की आवश्यकता है।
हौज़ा/हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का कर्बला में आकर ज़ुल्म के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने का कारण इस्लामी समाज में पैदा की गई वह गुमराहियां और बिदअतें थीं जिसकी बुनियाद सक़ीफ़ा में रखी गई थी,सन 40 हिजरी…