हौज़ा / अंधेरा वह सब चीज़ें हैं जो पूरी तारीख़ में इन्सानों की ज़िंदगियों में अंधेरे भरती रही हैं, उनकी ज़िदंगी में कड़वाहट और ज़हर भरती रही हैं, यह अंधेरे हैं। जेहालत अंधेरा है, ग़रीबी अंधेरा…