हौज़ा / इमाम ए जुमआ सावाह ने शहीद रईसी की ज़िंदगी के तीन महत्वपूर्ण चरणों मुनाज़रात विचार-विमर्श सदरती दौर राष्ट्रपति काल और शहादत का उल्लेख करते हुए उन्हें सब्र (धैर्य) जनसेवा और निरंतर सेवा…