इमाम सज्जाद (अ.स.)
-
:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई:
इन्सान की परवाज़ में रुकावट
हौज़ा/इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने कहां,इन्सान जो गुनाह करता है वह इन्सानों को परवाज़ से और ऊपर उठने से रोकते हैं।
-
हज़रत इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम अ.स. के जन्मदिन के अवसर पर संक्षिप्त परिचय
हौज़ा/हज़रत इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम का जन्म 5 शाबान सन 38 हिजरी क़मरी को मदीने में हुआ। आपने ख़ुदा की कृपा और पिता इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम जैसी हस्ती की छत्रछाया में अपने व्यक्तित्व को नैतिक गुणों से सुशोभित किया अपने विचारों के ज़रिए लोगों की और इस्लाम की सुरक्षा की।
-
:दिन की हदीस
इस तरह नमाज़ पढ़े!
हौज़ा/ हज़रत इमाम सज्जाद अ.स. ने एक रिवायत में बयान फरमाया है,कि नमाज़ किस तरह पढ़ी जाए
-
मनुष्य के स्वर्ग और नर्क में रहने का कारण, डा. नासिर रफ़ीई
हौज़ा / ईरानी विश्वविद्यालयों और मदरसा के शिक्षक हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मोहम्मद नासिर रफ़ीई ने अल्लाह के प्रिय कदमों की ओर इशारा किया और कहा कि यदि कोई व्यक्ति मोमिन की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक कदम उठाता है, तो अल्लाह उसके लिए हर कदम के बदले मे अच्छे कर्म लिखता है और इमाम सज्जाद (अ) कहते हैं कि मोमिन की जरूरतों को पूरा करने का इनाम एक महीने के एतिकाफ से अधिक है।
-
साहिफा ए सज्जादिया का हर घर में होना ज़रूरी है, मौलाना मंजूर अली नकवी
हौज़ा / साहिफ़ा ए सज्जादिया हर घर में होनी चाहिए ख़ासकर युवा लोग इसका अनुवाद जरूर पढ़ना चाहिए उस संदेश को हासिल करें जो इमाम सज्जाद (अ.स.) की दुआओं से हम तक पहुँचा है , क्योंकि इस किताब साहिफ़ा ए सज्जादिया में नैतिक पाठ भी है राजनीतिक पाठ भी है। इसमे मआरिफ की व्याख्या की गई है।