हौज़ा / आज की नारी यदि जैनबी (स.) चरित्र अपनाकर मैदान में उतरे तो एक श्रेष्ठ समाज का निर्माण करके नारी को आदर और सम्मान के ऊंचे पद पर ले जा सकती है।