हौज़ा / शेख उल-अज़हर ने सांप्रदायिक भाषणो को इस्लाम के खिलाफ बताते हुए कहा कि इन कार्यों से हम कमजोर होंगे और मुस्लिम शासकों को कमजोर करना हराम है।