हौज़ा/विवाह भी एक इबादत का ज़रिया है इंसान अपनी ज़िन्दगी में बहुतसी इबादाते मुस्तहेब्बा अंजाम देता है उन्हीं में से एक अक़्दे इज़देवाज (शादी) भी है कि जिसका सिलसिला अबूल बशर हज़रते आदम अलैहिस्सलाम…