कराची
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अल्लामा शहंशाह नकवी मुसलमानों के बीच एकता के समर्थक हैं और प्रतिबंध की कड़ी निंदा करते हैं
हौज़ा / 6 सितंबर को कराची में आयोजित तथाकथित कांफ्रेस में, जिस प्रकार "शिया समुदाय के अकाइद और मुकद्देसात का अपमान करते हुए " को आतंकवादी कहने वालो को विचार करना चाहिए, कि यह वाक्य पैगंबर (स.अ.व.व.) का दिया हुआ है। काश ऐसी बातें कहने वाले पहले अपनी किताबें पढ़ते और शर्म से डूब जाते।
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अगर तालिबान सच्चा है तो शियो का खून ना बहाए, अल्लामा अली रज़ा रिज़वी
हौज़ा / अल्लामा अली रज़ा रिज़वी ने सभी शियाओं की ओर से तालिबान को एक संदेश भेजते हुए कहा कि यदि आप सच्चे हैं कि शियाओं का खून नहीं बहाया जाएगा तो मैं घोषणा करता हूं कि आप को कभी भी हमारे द्वारा नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा और न ही हम आपको रोकेंगे। हम तुम्हें दुआ करने से नहीं रोकेंगे, यदि तुम हमें खून बहाने से रोकोगे, तुम खून नहीं बहाओगे, तो हम तुम्हारे दुश्मन नहीं हैं।
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एक शांतिपूर्ण समाज के लिए आपसी सम्मान एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है, अल्लामा नाज़र अब्बास तक़वी
हौज़ा/पांचवीं पीढ़ी का युद्ध पूरी तरह से मुस्लिम उम्मात के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर लड़ा गया युद्ध है,मुसलमानों को आपस में लड़ने के लिए दुश्मन बहुत संगठित तरीके से लगा हुआ है।अगर इन साजिशों को समय रहते नाकाम नहीं किया गया, तो इस्लामी दुनिया का अस्तित्व गंभीर रूप से खतरे में पड़ जाएगा।
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मुहर्रम से पहले कराची में लोड शेडिंग खत्म की जाए: अल्लामा नज़ीर अब्बास तक़वी
हौज़ा/पाकिस्तान के शिया उलेमा काउंसिल के केंद्रीय नेता ने कहा: कि इलेक्ट्रिक लोड शेडिंग कर कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों को परेशान कर रहा है.वर्तमान सरकार लोगों की समस्याओं को हल करने और लोगों को राहत देने में पूरी तरह विफल रही है।
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सोशल मीडिया के ग़लत इस्तेमाल से समाज में खराबीया पैदा हो रही है। अल्लामा हसन ज़फर नक़वी
हौज़ा/ सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल से हमारे समाज में बहुत ज़्यादा खराबीया पैदा हो रही है लेकिन शासकों के पास इस पर ध्यान देने का समय नहीं है,फित्ना फसाद पैदा करने वाले आज़ाद घूम रहे हैं।और देश शत्रु शक्तियों के एजेंडे पर चल रहा है।
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शहीद बरगाह अली रजा (अ.स.) के परिवार को अब भी न्याय का इंतजार, अल्लामा ज़फ़र नकवी
हौज़ा / जैसा कि सरकार ने अन्य त्रासदियों में आतंकवादियों को दंडित किया है, इस घटना में शामिल आतंकवादियों को भी दंडित किया जाना चाहिए। हम सरकार से दोषियों को फांसी देने और परिवारों को जल्द से जल्द न्याय प्रदान करने की मांग करते हैं।
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हक़ीक़ी मोमिन वही है जो इस्लामे मुहम्मदी का पाबंद हो, आयतुल्लाह हाफ़िज़ बशीर नजफ़ी
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़मा हाफ़िज बशीर नजफ़ी ने कहा हक़ीक़ी मोमिन वही है जो अपने इमान, अपने इबादतो और इलाही कवानीन का पाबंद होता है। ताकि समाज में शांति और स्थिरता बनी रहे और जाहिर है जब तक अहलेबैत (अ.स.) द्वारा निर्धारित मार्ग का पालन नहीं किया जाता तब तक, यह संभव नहीं है।