हौज़ा/कर्बला हमारी यूनिवर्सिटी है, कर्बला हमारी दर्सगाह है ज़माना कैसा भी हो और कितने ही मुख़ालिफ हों हम न झुके हैं, न बिके हैं और न हमने किरदार का सौदा किया है, हम क़यामत तक हक़ के साथ रहेंगे…