۱ آذر ۱۴۰۳
|۱۹ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 21, 2024
क्या नमाज़े मय्यत
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आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सिस्तानी का फ़त्वाः
क्या नमाज़े मय्यत और निकाह पढ़ाने के लिए उजरत लेना जायज़ है?
हौज़ा/निकाह पढ़ाने की मज़दूरी लेने में कोई हर्ज नहीं है और नमाज़े मय्यत कि उजरत लेना एहतियाते वाजिब की बिना पर जायज़ नहीं हैं।