हौज़ा /उनका चेहरा दृढ़ था और माथे पर पसीने की बूंदें धर्म के मार्ग में उनके द्वारा सहन किये गये कष्टों का प्रमाण थीं। आँखों में विश्वास की वह गर्माहट थी जो कुछ देर टिक जाए तो बर्फीले अस्तित्व…
हौज़ा/ मौलाना सय्यद गुलाम असकरी ताब सरा अपने समय के एक महान और शोला बयान खतीब थे। उनकी ख़िताबत उर्दू भाषी दुनिया में प्रसिद्ध थी और वे ख़िताबत की दुनिया में एक क्रांतिकारी खतीब थे। उन्होंने ख़िताबत…