۱۰ آبان ۱۴۰۳
|۲۷ ربیعالثانی ۱۴۴۶
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Oct 31, 2024
खिदमत की अज़मत
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आयतुल्लाह अली रज़ा आराफी:
खिदमत की अज़मत इसमें है कि हम जानें कि किसकी खिदमत की जा रही है
हौज़ा / हौज़ा ए इल्मिया के प्रमुख ने कहा,हमारी सबसे महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी यह है कि हम समाज की ईमानी, इन्क़लाबी और सांस्कृतिक पहचान की हिफ़ाज़त करें और यह वह सबसे महत्वपूर्ण काम है जिसे हम ईमानी पहचान को मज़बूत और सुरक्षित बनाकर पूरा कर सकते हैं।