हौज़ा / हरम ए हज़रत मासूमा स.ल.के खातिब ने इलाही विलायत को स्वीकार करने को दुनिया और आखिरत में इंसान की ज़िंदगी का बीमा बताया और कहा कि बीमा एक अक़्ली चीज़ है और जो इलाही बीमा का अनुबंध स्वीकार…