हौज़ा / अशरा-ए-करामत में हर रात रिज़वी सलावात और ग़ाज़ा के मज़लूमों के लिए दुआ की जाएगी डॉक्टर मुस्तफा फकीह इस्फांत यारी
हौज़ा / ग़ाज़ा के मासूम बच्चों की आवाज़, मृत मानवता के ख़िलाफ़ एक चीख़ है दिनों, हफ़्तों, महीनों और सालों से यहूदी क़ब्ज़ेदार व्यवस्था नरसंहार और लूटपाट में लगी हुई है और दुनिया की सोई हुई आँखें…