हौज़ा / हज़रत इमाम मूसा काज़िम (अ) ने जब हारून के सामने यह बात इशारों में कही कि "खिलाफ़त मेरा हक़ है तो यह उनकी स्थिति और अधिकार की पुष्टि थी। वे इस बात को व्यक्त कर रहे थे कि इमामत और नेतृत्व…