जन्म दिवस
-
हज़रत मासूमा क़ुम (स) के 4 गुण
हौज़ा / हौज़ा इलमिया खाहारान की शिक्षक ने कहा: इन महान गुणों का ज्ञान प्राप्त करके, इसे अपना कर्म माना जा सकता है और इन गुणों को व्यवहार में लाकर हम हज़रत फातिमा मासूमा के करीब पहुंच सकते हैं।
-
इमाम महदी (अ) के ज़ोहूर की निशानीया
हौज़ा / ज़हूर के कुछ लक्षण विशिष्ट लोगों में विशिष्ट तरीकों से और विशिष्ट संकेतों के साथ प्रकट होते हैं। उदाहरण के लिए, कई हदीसों में यह उल्लेख किया गया है कि इमाम ज़मान (अ) विषम वर्षों और विषम दिनों में प्रकट होंगे। दज्जाल और सुफ़ियान नाम के लोगों का उदय और यमानी और सय्यद ख़ुरासानी जैसे धर्मात्मा लोगों का क़याम विशेष लक्षण माने जाते हैं।
-
नदीम सिरसिवी / काबा बे चैन है और ख़ाक बे सर है दीवार
हौज़ा / जिसने इमकान के हाथो मे दिया इत्रे वजूद, उसकी ख़ुश्बू से बदन तेरा भी तर है दीवार
-
विद्वान विचारकों की नज़र में ज़ात-ए अली इब्न अबी तालिब (अ.स.) और मौलूदे काबा का जश्न
हौज़ा / 13 रजब एक महान तारीख है, इस दिन इतिहास के इस महान व्यक्ति का जन्म हुआ था, जिनकी शिक्षाएँ आज भी मानव जाति को लाभान्वित कर रही हैं, वह व्यक्ति जिसका दिल केवल अपने लिए नहीं है, बल्कि हर इंसान के लिए धड़कता है। क्या ऐसे व्यक्ति का जन्म हमारे देश में इस तरह से नहीं मनाया जाना चाहिए कि दूसरे देश इस बात से आकर्षित हों कि हम इतिहास के एक महान व्यक्ति का जन्म मना रहे हैं?
-
इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) के जीवन का संक्षिप्त परिचय
हौज़ा / इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) का जन्म 1 रजब अल-मुरज्जब 57 हिजरी को मदीना में हुआ था। आपका परिवार पवित्रता की पहली कड़ी है, जिसका वंश माता और पिता दोनों की ओर से हज़रत अली इब्न अबी तालिब (अ) से मिलता है।
-
हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स) सीक्रेट ऑफ़ क्रिएशन है: सुश्री नफ़ीसा आश्तियानी
हौज़ा/ हज़रत ज़हरा अ(स) के जन्म की ख़ुशी और महिला दिवस के अवसर पर अल-ज़हरा मदरसा (स) अराक के संस्कृति विभाग द्वारा एक समारोह का आयोजन किया गया।
-
विलादते इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम पर अमरावती मे जश्ने मसर्रत का आयोजन
हौज़ा / महाराष्ट्र के अमरावती मे मोमेनीने अमरावती ने इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम की विलादत पर जश्न मनाया|
-
आयतुल्लाहिल उज़्मा वहीद खुरासानी:
इमाम रज़ा (अ.स.) के ज़ायर का दर्जा आइम्मा ए हुदा (अ.स.) के ज़ायरीन में सबसे ऊंचा है
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा वहीद खुरासानी ने इमाम रज़ा (अ.स.) के शुभ जन्म दिवस पर संबोधित करते हुए कहा कि इन दिनो मे कुछ ऐसा कार्य करें कि उनका मक़ाम पूरे संसार को मालूम हो जाए। जिस किसी ने भी ऐसा काम किया उसका इनाम इमाम (अ) के पास है।
-
मिस्र के मुफ्ती:
ईसा मसीह के जन्म के उत्सव में भाग लेना जायज़ है
हौज़ा / मिस्र के मुफ्ती "शोक़ी अल्लाम" ने कहा: हजरत ईसा मसीह के जन्म दिवस के अवसर पर नए साल के उत्सव में भाग लेना और बधाई देना जायज़ है।
-
शिया और सुन्नी इस्लाम के दो मजबूत बाज़ूः अल्लामा मकसूद डोम्की
हौज़ा / मजलिस-ए-वहदत-ए-मुस्लेमीन पाकिस्तान के केंद्रीय प्रवक्ता ने कहा कि शिया और सुन्नी इस्लाम के दो मजबूत बाज़ू हैं उन्हें आपस मे एकजुट होकर इस्लाम विरोधी ताकतों, अमेरिका, इज़राइल और सरकार की साजिशों को नाकाम बनाना होगा।
-
अल-कौसर विश्वविद्यालय के शिक्षक:
दुनिया और आख़ेरत मे सफलता का रहस्य है मोहब्बते हुसैन (अ.स.) है, अल्लामा अनवर अली नजफी
हौज़ा / इस्लामाबाद में अल-कौसर विश्वविद्यालय के शिक्षक ने अपने संबोधन में कहा कि जब किसी का दिल हुसैन (अ.स.) के प्यार से सजा हुआ हो, तो फिर वह व्यक्ति हुसैन (अ.स.) के मार्ग पर निकलते हुए अपनी जान, माल और किसी भी चीज़ की परवाह नहीं करता है।
-
इमाम हुसैन (अ.स.) और हज़रत अब्बास (अ.स.) के हरम की फूलो से सजावट
हौज़ा / शबान के धन्य और शुभ महीने के करीब आते ही रोजे के खुद्दाम ने इमाम हुसैन (अ.स.) और जनाबे अब्बास (अ.स.) के रोजो को अंदर और बाहर से बैनर, फूलों और पौधों से सजाया।
-
:पंजाब विधानसभा की सदस्य
हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (सलामुल्लाहे अलैहा) के जन्म दिन को पाकिस्तान मे मदर डे के रूप मे मनाने की मांग
हौज़ा 20 जमादी उस्सानी हजरत मोम्हमद साहब की बेटी फातिमा ज़हरा (सलामुल्लाहे अलैहा) का जन्म दिवस है, जिसे पाकिस्तान में मदर डे के रूप में मनाया जाना जाए। यह मांग मजलिस-ए-वहदत-ए-मुसलेमीन की नेता और पंजाब विधानसभा की सदस्य सैयदा ज़हरा नकवी ने पंजाब विधानसभा में प्रस्ताव प्रस्तुत किया।