जमीयत उलमा-ए-हिंद
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इज़राईल द्वारा आयतुल्लाह सिस्तानी के अपमान के खिलाफ जामेआ ए मुदर्रेसीन ने कड़ी निंदा की
हौज़ा / जामिया ए मुदर्रिसीन हौज़ा ए इल्मिया क़ुम ने इज़राईली सरकार के चैनल 14 द्वारा आयतुल्लाहिल उज़्मा सिस्तानी कि हत्या के लक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किए जाने की कड़ी निंदा की है इस कार्रवाई को मरजय ए ताक़लीद का अपमान बताया है।
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हुज्जतुल इस्लाम सैयद मेहदी कुरैशी:
शहीद अहले-बैत (अ) के उसी स्कूल के अनुयायी है जिसका प्रचार विद्वानो ने किया है
हौज़ा / ईरान के उर्मिया शहर के इमाम जुमा ने कहा: यदि हम अपने धार्मिक कर्तव्य को पूरा करने में आलस्य दिखाएंगे, तो समाज में विभिन्न अज्ञानी समूह और धाराएं एक के बाद एक विद्वानों और उपदेशकों की जिम्मेदारियां संभालने लगेंगी। इसलिए हमें अपने कर्तव्य पालन में कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए।
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फिलिस्तीन इज़राइल जंग नहीं बल्कि ज़ालिम का मज़लूम पर हिंसा हैं।मौलाना अरशद मदनी
हौज़ा/जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा कि यह युद्ध नहीं बल्कि उत्पीड़क और उत्पीडि़त के बीच की हिंसा है। इसमें एक तरफ वो ताकतवर है जिसे दुनिया के कई शक्तिशाली देशों का समर्थन प्राप्त है। जबकि दूसरी तरफ वे लोग हैं जो असहाय हैं, जिनके पास कुछ भी नहीं है।
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जमीयत उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी:
ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे पर कोर्ट का फैसला प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट के खिलाफ
हौज़ा/मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि ज्ञानवापी के सर्वे को लेकर आया कोर्ट का फैसला प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 के खिलाफ है।
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समान नागरिक संहिता देश की एकता के लिए बड़ा खतरा/जमीयत उलेमा ए हिंद
हौज़ा/मौलाना अरशद मदनी की जमीयत उलेमा हिंन्द को आज विधि आयोग को अपनी राय भेजेगी, जिसमें कहा गया हैं कि मुसलमान शरिया के खिलाफ किसी भी कानून को स्वीकार नहीं करेंगें,
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जमीयत उलेमा ए हिंद ने मुसलमानों से की अपील बोले गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें
हौज़ा/जमीयत उलेम ए हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि मौजूदा हालात के मद्देनजर यह जरूरी है कि मुसलमान जानवरों की कुर्बानी करते वक्त एहतियात बरते और साथ ही कुर्बानी के जनवरों की तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर न करें।
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मदरसों के सर्वेक्षण से पहले मुस्लिम समुदाय को भरोसे में लिया जाना चाहिए,जमीयत उलेमा ए हिंद
हौज़ा/जमीयत उलेमा ए हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने आरोप लगाया कि विभाजनकारी ताकतों द्वारा मदरसों को निशाना बनाया जा रहा है।
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देश में इस्लामोफोबिया, मुसलमानों के खिलाफ बढ़ रही नफरत,जमीयत उलेमा-ए-हिंद
हौज़ा/जमीयतुल उलेमा ए हिंद ने शुक्रवार को चिंता ज़ाहिर करते हुए यह मांग की हैं अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा भड़काने वालों को विशेष रूप से दंडित करने के लिए एक अलग कानून बनाने की ज़रूरत हैं उन्होंने कहा कि भारत में इस्लामोफोबिया और मुसलमानों के विरुद्ध घटनाएं बढ़ी जा रही हैं।
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जमीयत उलमा-ए-हिंद के सहारनपुर सम्मेलन में ज्ञानवापी और मथुरा सहित कुतुबमीनार मसले पर हुई चर्चा
हौज़ा / जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने कहा, “मस्जिदों के बारे चर्चा कर कल जमात फैसला लेगी। फैसले के बाद कोई कदम पीछे नहीं हटेगा। हमारा जिगर जानता है कि हमारी क्या मुश्किलें हैं। हां, मुश्किल झेलने के लिए ताकत–हौसला चाहिए। हम जुल्म को बर्दाश्त कर लेंगे, दुखों को सह लेंगे, लेकिन अपने मुल्क पर आंच नहीं आने देंगे।”