हौज़ा/ मौलाना सय्यद करामत हुसैन जाफ़री ने कहा कि मेरा मानना है कि आज फिरक़ा परस्ति सिर्फ़ एक बौद्धिक मतभेद या अकादमिक मुद्दा नहीं है, बल्कि उम्मत को कमज़ोर करने की एक वैश्विक औपनिवेशिक साज़िश…