हौज़ा / इमाम मोहम्मद बाकिर (अलैहिस्सलाम) एक रिवायत ने सय्यद उश शोहदा (अ) की क़ब्र की ज़ियारत और महत्व तथा बेनज़ीर सवाब की ओर इशारा किया है।
हौज़ा / इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक परंपरा में सूरज की गर्मी में सय्यद अल-शोहदा (अ) की ज़ियारत करने के सवाब का वर्णन किया है।