हौज़ा/ हुज्जतुल इस्लाम मोहम्मदी राद: इस दौर में लाइब्रेरी सोशल मीडिया की भेंट चढ़ गई जिसकी वजह से किताबें दृष्टि मानवता से छिप गई है।