۱ آذر ۱۴۰۳
|۱۹ جمادیالاول ۱۴۴۶
|
Nov 21, 2024
तयम्मुम
Total: 2
-
शरई अहकामः
अगर वुज़ू के लिए पानी न मिले और इसी तरह तयम्मुम के लिए मिट्टी न हो तो ऐसे में हमारा क्या फ़र्ज़ है?
हौज़ा / एहतियात वाजिब की बिना पर, नमाज़ बिना वुज़ू के या बिना तयम्मुम के पढ़ना वाजिब नहीं है।
-
शरई अहकाम। ग़ुस्ल के बदले तयम्मुम के बाद भी शरई बहाना बाक़ी रहने का हुक्म
हौज़ा / इस्लामी क्रांति के नेता ने ग़ुस्ल के बजाय तयम्मुम के बाद भी शरई बहाना बाक़ी रहने के हुक्म से संबंधित पूछे गए सवाल का उत्तर दिया है।