हौज़ा / छात्रों और छात्राओ ने इस अंदाज से सूरा ए दहर को इस तरह से कंठित किया हुआ था उन्हे सूरा ए दहर की जिस आयत से भी तिलावत करने के लिए कहा गया वो उसको अच्छी तरह तिलावत करके प्रतियोगिता मे भाग…
हौज़ा / हर युग में ऐसे लोग रहे हैं जिनका धर्म और आस्था अस्थायी थी जैसे कि हमीद बिन क़हतबा कि उसने अपनी दुनिया के लिए धर्म का सौदा किया और 60 निर्दोष सादात के खून से अपना हाथ रंगीन किया जिसके…