तिलावत
-
कारगिल में साहेबज्ज़मान संस्था द्वारा सूरा ए दहर को याद करने की प्रतियोगिता
हौज़ा / छात्रों और छात्राओ ने इस अंदाज से सूरा ए दहर को इस तरह से कंठित किया हुआ था उन्हे सूरा ए दहर की जिस आयत से भी तिलावत करने के लिए कहा गया वो उसको अच्छी तरह तिलावत करके प्रतियोगिता मे भाग लेने वाली जनता के हृदयो को प्रसन्न कर रहे थे।
-
वक्ति ईमान गुमराही और तबाही है:मौलाना सय्यद अली हाशिम आबिदी
हौज़ा / हर युग में ऐसे लोग रहे हैं जिनका धर्म और आस्था अस्थायी थी जैसे कि हमीद बिन क़हतबा कि उसने अपनी दुनिया के लिए धर्म का सौदा किया और 60 निर्दोष सादात के खून से अपना हाथ रंगीन किया जिसके नतीजे में बंदगी से महरूमी और अबदी तबाही उसका मुकद्दर बनी।जनाबे बोहलोल जैसे दीनदारों ने इताअते इमाम में मसनदे इल्म व फकाहत को खैर बाद कहा,अपनी दुनयवी इज़्ज़त व एहतेराम की कुर्बानी दी, लोगों ने मज़ाक उड़ाया लेकिन अबदी इज़्ज़त, फज़ीलत, करामत और शराफ़त उनका मुकद्दर बन गई।
-
इमाम रज़ा (अ.स.) की दरगाह (हरम) में इमाम अली (अ.स.) के जन्म का उत्सव
हौज़ा / 13 रजबुल मुरज्जब इमामुल -मुत्तक़ीन हज़रत अली (अ.स.) के जन्म के अवसर पर इमाम रज़ा (अ.स.) की दरगाह (हरम) में एक शानदार जश्न मनाया गया।