हौज़ा / स्वर्गीय अयातुल्ला सय्यद अबुल कासिम देहकरदी एक घटना का वर्णन करते हैं कि एक दिन जब वह पाठ सुनने के लिए घर से निकले तो वह फातेहा पढ़ने के लिए जवाद मलकीताब नजफी की कब्र पर रुके। उसी समय…