हौज़ा / यह आयत अल्लाह की क्षमा और दया की सीमा का वर्णन करती है और हमें आशा देती है कि यदि हम ईमानदारी से पश्चाताप करते हैं और अपनी कमजोरियों को स्वीकार करते हैं, तो अल्लाह हमें माफ कर देगा। यह…