दारूल उलूम देवबंद
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दारुल उलूम देवबंद में ईरानी विद्वानों और शोधकर्ताओं का दौरा; ईरान धार्मिक हिंसा का समर्थक नहीं है, वह वैश्विक भाईचारा चाहता है
हौज़ा / ईरानी विद्वानों और शोधकर्ताओं का दारुल उलूम देवबंद पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया, दोनों देशों के धार्मिक नेताओं ने इस्लामी विज्ञान और कला और दारुल उलूम देवबंद के इतिहास के बारे में विस्तृत चर्चा की।
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ऑल इंडिया कोऑर्डिनेटिंग मदरसा इस्लामिया की बैठक से बड़ा ऐलान; "इस्लामी स्कूल किसी भी सरकारी सहायता के प्रति आश्वस्त नहीं हैं"
हौज़ा / बैठक में मदरसों को किसी बोर्ड से जोड़ने का विरोध किया गया और कहा गया कि मदरसों की स्थापना का मकसद दुनिया का कोई बोर्ड नहीं समझ सकता, इसलिए किसी मदरसे को बोर्ड में शामिल होने का कोई फायदा नहीं है।
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हमारी लड़ाई है देश में धर्म के नाम पर आग लगाने वालों के खिलाफ है, मौलाना अरशद मदनी
हौज़ा / जमीयत उलेमा-ए-हिंद के मुखिया मौलाना अरशद मदनी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के देवबंद में कहा कि मुसलमानों की लड़ाई किसी हिंदू से नहीं, बल्कि उस सरकार के खिलाफ है जिसने धर्म के आधार पर आगजनी शुरू की है और हम कोर्ट के जरिए लड़ेंगे।
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अगर तालिबान आतंकवादी है तो फिर नेहरु और गांधी भी आतंकवादी थे, मौलाना अरशद मदनी
हौज़ा / उलेमा ने हिंदुस्तान की आजादी के लिए जो किरदार अदा किया है, उसकी तुलना किसी से नहीं हो सकती। मौलाना हजरत शेखुद्दीन ने अफगानिस्तान के अंदर अंग्रेजों की मुखालफत के लिए ‘आजाद हिंद’ नाम की भारत के लिए एक अस्थाई गवर्नमेंट बनाई थी। उस गवर्नमेंट में राजा महेंद्र प्रताप सिंह को सदर, मौलाना बरकतुल्लाह भोपाली को उसका वजीर-ए-आजम और उबैदुल्लाह सिंधी को गृहमंत्री बनाया गया था। हिंदुस्तान के अंदर कितनी यूनिवर्सिटी और कॉलेज हैं, जो कोएड नहीं हैं। लड़कियों के अलग और लड़कों के लिए अलग कॉलेज हैं। तो क्या इन कॉलेजों की बुनियाद तालिबान ने रखी थी।
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जनसंख्या नियंत्रण कानून पर दारुल उलूम देवबंद का सख्त रद्दे अमल
हौज़ा/नई जनसंख्या नीति 2021-2030 पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए दारुल उलूम देवबंद ने कहा है, कि दो से अधिक बच्चों के माता-पिता को दंडित करने के निर्णय का सीधा प्रभाव बच्चों पर पड़ेगा,
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किसी भी कीमत पर तोहीने रिसालत बर्दाश्त नहीं किया जा सकता,दारुल उलूम को इंतेहा पसंदी का मरकज़ करार देना निंदनीय हैं यति नरसिंह नंन्द को गिरफ्तार किया जाना चाहिए,
हौज़ा/सरकारों को देशद्रोह पर अंकुश लगाने के लिए गंभीर होना चाहिए। हम भारत के सभी मुसलमानों से भी अपील करते हैं।कि हमारे प्यारे नबी की शान में गुस्ताखी का मामला बहुत ज़्यादा बढ़ गया है और अफसोस नाक है,दुष्ट तत्वों की नापाक योजनाओं को मजबूत करने के लिए ऐसा भावनात्मक कदम न उठाएं।
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दारुल उलूम देवबंद के प्रबंधक मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी की अपील :
घातक महामारि से बचाने के लिए आवश्यक एहतियाती उपाय जरूरी है, धार्मिक स्थानों में भी सरकारी गाइड लाइन का पालन करें
हौज़ा / दारुल उलूम देवबंद के प्रबंधक ने कहा कि देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर जिस तरह देश मे फैल रही है वह बहुत ही डरावनी स्थिति मे है, जिसके कारण संक्रमित लोगों की मौत की संख्या लगातार बढ़ रही है, इसलिए बहुत जरूरी है इसकी रोक थाम के जो भी तरीके है उन्हे अपनाया जाए क्योकि मानव जीवन बहुत महत्वपूर्ण और मूल्यवान है।