हौज़ा / सीवान, बिहार में “दीन ओ ज़िंदगी क्लासेज़” के दौरान विद्वानों ने अहल-ए-इल्म व फ़िक्र से सामाजिक सुधार, धार्मिक प्रतीकों की पासदारी और ज़ुल्म व फ़साद के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने की अपील की।