۹ تیر ۱۴۰۳
|۲۲ ذیحجهٔ ۱۴۴۵
|
Jun 29, 2024
दुआ अरफा
Total: 3
-
रोज़े अरफ़ा के आमाल और दुआएँ
हौज़ा / अरफ़ा के दिन की बड़ी योग्यता और महत्व है और यह एक महान दिन है, यह वह दिन है जिसमें अल्लाह तआला ने अपने सेवकों को अपनी आज्ञाकारिता और दासता के लिए बुलाया है।
-
हुज्जतुल-इस्लाम वल मुस्लेमीन हुसैन तेहरानी:
मनुष्य की सबसे बड़ी समस्या यह है कि उसका ईश्वर से नाता टूट गया है
हौज़ा / हुज्जतुल-इस्लाम वल-मुस्लेमीन तेहरानी ने कहा: आज मानवता की सबसे बड़ी समस्या यह है कि ईश्वर के साथ उसका बंदगी का रिश्ता टूट गया है, इस रिश्ते को जीवन के सभी मामलों में जोड़ने, मजबूत करने की ज़रूरत है।
-
ग़मे हुसैन अलैहिस्सलाम हमेशा ताज़ा है: मौलाना सय्यद सफी हैदर ज़ैदी
हौज़ा / दुनिया के हर ग़म का असर वक्त गुज़रने से कम पड़ जाता है,इसी तरह गम चाहे कितना बड़ा क्यों न हो लेकिन हादसे के बाद ही गम मनाया जाता है लेकिन ग़मे इमाम हुसैन अ०स० दुनिया का वह वाहिद ग़म है जो हमेशा ताज़ा रहता है और उसकी याद जहां वाक़ेये के बाद मनाई जा रही है वहीं वाक़िये से पहले भी मनाई गई है।