۱۵ تیر ۱۴۰۳
|۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵
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Jul 5, 2024
दुश्मनों के मज़ाक़ उड़ाने से न डरिए
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दुश्मनों के मज़ाक़ उड़ाने से न डरे और आपका अक़ीदा कमज़ोर न पड़े
हौज़ा/कभी कुछ मज़ाक़ उड़ाया जाना और अपमान किया जाना, बड़े बड़े आदमियों को लाचार बना देता है और इस तरह वह न चाहते हुए भी विरोध करने वाले गिरोह के साथ हो जाते हैं। उस वक़्त बड़ी ताक़तें उनके ज़ख़्म को हरा करने के लिए उनका हाल चाल पूछती हैं और पीठ पीछे क़हक़हा लगाती हैं कि उनका काम हो गया और उन्होंने रास्ते की रुकावटों को हटा दिया,