हौज़ा / आयतुल्लाह मुहम्मद जवाद अंसारी का मानना है कि नफ़्ल (सुन्नत) नमाज़ों का नियमित पाबंदी से पढ़ना चाहिए वह दिन की हो या रात की, इंसान को अल्लाह तआला के सच्चे प्यार और निकटता तक पहुँचने का…