हौज़ा / खोजा शिया अशना अशरी जामा मस्जिद पाला गली में मौलाना सैयद अहमद अली आबिदी ने जुमआ के खुतबे में बयान करते हुए कहा कि ईमान और अमल के लिहाज़ से जो मज़बूत होगा, वही क़यामत के दिन आगे होगा।…
हौज़ा/ऐतिहासिक तौर पर जनाब आदम से लेकर पैग़म्बर तक और इमाम अली (अ) से लेकर इमाम हसन असकरी (अ) तक सबसे अलग हैं, जिनमें से हर एक ने एक वक्त पर इंसाफ़ और हक़ का पैगाम दिया, लेकिन ईमाम ज़माना (अ)…
हौज़ा /मौलाना सय्यद अहमद अली आबिदी ने जुमे के खुत्बे में कहा: इमामत एक इलाही मंसब है। अल्लाह इसे जिसे चाहे उसे दे देता है। इस मंसब के लिए कोई उम्र की सीमा नहीं है। अल्लाह तआला ने ईसा (अ) को पैगम्बर…